विभिन्न राशियों में गुरु का फल | Jupiter in Twelve Sign ज्योतिषशास्त्र में बृहस्पति / गुरु अत्यन्त शुभ तथा प्रभावशाली ग्रह माना जाता है। ज्योतिष में गुरु ज्ञान, विद्या, बुद्धि, विवाह, धन एवं पुत्र का कारक ग्रह है। यदि आपके कुंडली में बृहस्पति बलमान तथा शुभ है तो जातक धनी, बुद्धिमान, पुत्र से युक्त होता है। वही जन्मस्थ बृहस्पति / गुरु यदि पाप ग्रहों के प्रभाव में होता है तो धन का नाश होता है। गोचर में भी यदि बृहस्पति अनुकूल होगा तो अवश्य ही धन दिलाता है।
विभिन्न राशियों में गुरु का फल | Result of Jupiter in Twelve Sign
मेष राशि में स्थित गुरु / बृहस्पति का फल
मेष में गुरु हो तो जातक वाद-विवाद करने वाला तथा वाद-विवाद क्यों के गुणों से युक्त होता है। अपने पर्यटन से धनवान तथा लाभ कमाने वाला होता है। ऐसा जातक पुत्र-धन और बल से युक्त होता है। ऐसा व्यक्ति ख्याति प्राप्त करता है। अनेक शत्रुओ से युक्त होता है। न्याय प्रिय तथा दंडनायक होता है। समयानुकूल आप अत्यन्त क्रोधी होंगे।
वृष राशि में स्थित गुरु / बृहस्पति का फल
यदि वृष राशि में गुरु हो तो विशाल शरीर वाला, मनोहररूप वाला तथा गाय का भक्त होता है। ऐसा जातक सुन्दर वस्त्र धारण करनेवाला अर्थात वर्तमान समय में ब्रांडेड कपड़ा पहनने वाला होता है। सच्चरित्र अपनी पति/ पत्नी धर्म को निभाने वाला होता है। समयानुकूल उचित बोलने वाला, सुबुद्धि, गुनी विनम्र तथा चिकित्सा कार्य करने वाला होता है।
मिथुन राशि में स्थित गुरु / बृहस्पति का फल
मिथुन राशि में गुरु हो तो जातक धनी बुद्धिमान वैज्ञानिक सुन्दर आँख वाला होता है। ऐसा जातक वक्ता, धर्म में विशवास करने वाला चतुर, गुरुजनो और भाई-बन्धुओ से आदर पाने वाला होता है। मिथुन के गुरु वाला व्यक्ति कवि ह्रदय और अपने कार्यो में तत्पर रहता है।
कर्क राशि में स्थित गुरु / बृहस्पति का फल
यदि कर्क राशि में गुरु हो तो व्यक्ति रूपवान, धर्मात्मा, सुशील, यशस्वी, बहुत धान्य और धनवाला होता है। ऐसा जातक सत्यवचन बोलने वाला ,पुत्र से युक्त , विख्यात राज के समान, अच्छे कर्म करने वाला, मित्रो का सहायक तथा उससे प्रेम करने वाला होता है।
सिंह राशि में स्थित गुरु / बृहस्पति का फल
यदि सिंह राशि में गुरु हो तो जातक मित्रो से स्नेह करने वाला विद्वान राजा के समान जीवन जीने वाला होता है। सभा में बोलने वाला तथा शत्रुओ को परास्त करने वाला होता है। ऐसा जातक शक्ति सम्पन्न वन-पर्वत और दुर्ग में रहने वाला होता है। ऐसा जातक बल तथा धैर्य दोनों से शत्रुओ पर विजय प्राप्त करता है।
कन्या राशि स्थित गुरु / बृहस्पति का फल
कन्या राशि में गुरु / वृहस्पति हो तो जातक कार्य करने में दृढ संकल्प तथा शास्त्र और शिल्प से धनी होता है। ऐसे व्यक्ति दान देने में विशवास करते है आप दान देने में ख़ुशी का अनुभव करते है। इनके पास धन की कमी नहीं होती है ये धनाढ्य और अनेक लिपि को जानने वाले होते है। धार्मिक कार्य में संलग्न रहते हैं।
तुला राशि में स्थित गुरु / बृहस्पति का फल
तुला राशि में गुरु हो तो जातक निरन्तर पढ़ने वाला, मेधावी और विनीत होता है। जातक पुत्र सुख से युक्त होता है। ऐसा व्यक्ति अपने घर से दूर घर बसाने वाला होता है। जातक देखने में सुंदर मनोहर रूप वाला, धनसंग्रह करने वाला तथा शास्त्र का ज्ञाता होता है। अपने कार्यो में श्रेष्ठ कार्य करने वाला तथा अतिथियों से प्रेम करने वाला होता है।
वृश्चिक राशि में स्थित गुरु /बृहस्पति का फल
वृश्चिक राशि में गुरु हो तो जातक अतिक्रोधी, लोभी, निंदा करने वाला तथा रोग से युक्त होता है। ऐसा जातक गूढ़ विद्या का ज्ञाता तथा शास्त्रीय ग्रंथो का भाष्य लिखने वाला होता है। वह अपने जीवन काल में देव मंदिर का निर्माण करता है। ऐसा व्यक्ति सूंदर सुशीला पत्नी तथा पुत्रों वाला होता है।
धनु राशि में स्थित गुरु /बृहस्पति का फल
धनु राशि गुरु स्थित हो तो ऐसा जातक पुरोहित कर्म करने वाला और यज्ञ कार्य में दक्ष होता है। ऐसा व्यक्ति अपने गुरु तथा मित्रो का हितैषी होता है। वह अनेक देशो में घूमने वाला एकांत और तीर्थस्थान में रहने वाला होता है। ऐसा व्यक्ति परोपकारी तथा शास्त्र प्रेमी होता है।
मकर राशि में स्थित गुरु /बृहस्पति का फल
मकर राशि में गुरु हो तो जातक बहुत श्रम करने वाला और क्लेश करने वाला होता है। ऐसा जातक मुर्ख, निर्धन तथा दूसरों का नौकर होता है। वह मंगल कार्यो में विशवास नहीं करता तथा अपने भाई बन्धुओ के प्रेम और धर्म से हीन होता है। उसका शरीर कमजोर होता है। वह अपने घर से दूर अपना आसियाना बसाता है या नौकरी करने के लिए प्रवास करता है।
कुम्भ राशि में स्थित गुरु /बृहस्पति का फल
यदि कुम्भ में गुरु हो तो व्यक्ति चुगलखोर, दुष्टस्वभाव, नीच कार्य में रत तथा अपने समुदाय का मुखिया होता है। ऐसा व्यक्ति अपनी वाणी के कारण अपने धन को नष्ट करता है। वह क्रूर तथा लोभी होता है। वह बुद्धि से हीन होता है तथा किसी न किसी रोग से परेशान रहता है।
मीन राशि में स्थित गुरु /बृहस्पति का फल
मीन में गुरु हो तो जातक वेद शास्त्र का ज्ञाता मित्र और सज्जनों का मन सम्मान करने वाला होता है। वह राज नेता होता है। मंत्री पद धारण करता है। ऐसा जातक दृढ संकल्प करने वाला और शिक्षा के महत्त्व को समझने वाला होता है
studing Jyotish Shashtra
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