Moon in Fourth House – चतुर्थ भाव में चन्द्रमा

” Moon in Fourth House – चतुर्थ भाव में चन्द्रमा “ होने पर व्यक्ति को पुत्र, स्त्री, धन और विद्वान होने का सुख प्राप्त होता है। ऐसे व्यक्ति का सर्वत्र गुणगान होता है। समाज में मान-सम्मान मिलता है। ऐसा मनुष्य दान देने में विशवास रखता है और समय-समय पर दान देते रहता है। सभी प्रकार के भोग को प्राप्त करने वाला होता है। इसके अच्छे मित्र होते है। ऐसे  जातक को वाहन सुख मिलता है। कहा गया है — सुखी भोगी त्यागी सुहृदि सुहृद वाहनायशाः।

जिस व्यक्ति के कुंडली के चतुर्थ भाव में चन्द्रमा  (Moon in Fourth House) स्थित है वह  सरकार में मंत्री (Minister) पद या सरकारी नौकरी (Govt Job)  करता है मंत्री या नौकरी चन्द्रमा की अवस्था के ऊपर निर्भर करेगा। ऐसा जातक स्वभाव से दयालु, परोपकारी और भावुक होता है। उसमे आत्मविश्वास तथा संतोष कुछ अधिक होता है।

Imge of Moon as Mother

Moon in Fourth House

चतुर्थ भाव में चन्द्रमा व्यक्ति को मातृ भक्त बनाता है।

ऐसा जातक मातृभक्त होता है माता से उसे संपत्ति प्राप्त होती है तथा  माता के कारण ही उसका भाग्योदय भी होता है अतः जिस भी जातक के कुंडली में चन्द्रमा चतुर्थ भाव में हो उसे अपनी माता को देवी मानकर प्रतिदिन उनका आशीर्वाद लेना चाहिए। किसी भी कार्य करने से पहले माता का आशीर्वाद लेना न भूलें। माता के आशीर्वाद से आपके बिगड़ते काम बन जाएंगे। अपनी माता का दिल कभी भी नही दुखाना चाहिए।

चतुर्थस्थ चन्द्रमा राजनीतिज्ञ बनाता है(Moon makes politician)

चतुर्थ चन्द्रमा व्यक्ति को राजनीति में कुशल बनाता है। इसलिए यदि आप राजनीति जीवन व्यतीत करना चाहते है तो आप राजनीती का चयन कर सकते है। इसका मूल कारण है कि किस समय क्या करना है या किस व्यक्ति से क्या काम लेना है आप बखूबी समझते हैं। देश, काल और परिस्थिति को समझने में दूसरे आपकी बराबरी नहीं कर पाते है।

व्यवसाय की दृष्टि से चतुर्थ भाव में चन्द्रमा (Moon in Fourth House and Profession)

जिस मनुष्य के जन्म लग्न से चतुर्थ भाव में चन्द्रमा हो और वह व्यक्ति यदि जल से संबंधित कोई कार्य करता है तो वह अचूक धन सम्पत्ति कमाता है। समुद्री व्यापार से अर्थात जहाजो के द्वारा माल लेजाकर दूसरे देश में बेचकर धन कमाता है। ऐसे व्यक्ति को आयात -निर्यात का कार्य करना चाहिए। ऐसा जातक रत्नो के कारोबार से भी बहुत धन कमाता है।

चतुर्थ भाव में स्थित चन्द्रमा का राशि के अनुसार फल।

यदि चतुर्थ भाव में चन्द्रमा वृष राशि का है तो वैसे जातक को ससुराल से धन संपत्ति मिलता है। ऐसे जातक का भाग्योदय विवाह के बाद होता है। यदि चन्द्रमा मेष,सिंह,धनु, (पुरुष राशि या अग्नि तत्त्व) में हो तो पैतृक सम्पत्ति नहीं मिलती या उसे किसी कारणवश छोड़ना पड़ता है या जितना मिलना चाहिए उतना नहीं मिलता है। हाँ परन्तु व्यक्ति स्वयं के पुरुषार्थ से धन अर्जन कर लेता है अतः ऐसे जातक को पैतृक संपत्ति (Paternal wealth) का लालच नहीं करना चाहिए मिल गया तो ठीक है नहीं तो बहुत अच्छा ऐसा मानकर पारिवारिक सम्बन्ध बनाये रखना चाहिए। यदि पुरुष राशि में चन्द्रमा हो तो व्यक्ति “नया घर (New House) अवश्य बनवाता है”।

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