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Ashtakvarga | जन्मकुंडली में चन्द्रमा ग्रह के अष्टकवर्ग का फल

Ashtakvarga | जन्मकुंडली में चन्द्रमा ग्रह के अष्टकवर्ग का फल जिस प्रकार विभिन्न भावों में ग्रहों की स्थिति के प्रभाव का आकलन जन्म लग्न और चंद्रमा से किया जाता है उसी तरह दूसरे ग्रहों को भी लग्न मानकर और उनसे भावों को गिनते हुए फलों का आकलन करना चाहिए। इस तरह 7 ग्रहों राहु और …

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चन्द्र ग्रह की शांति हेतु मंत्र, पूजा, दानादि कैसे करें | Moon Planets Remedies

चन्द्र ग्रह की शांति हेतु मंत्र, पूजा, दानादि कैसे करें | Moon Planets Remedies .ज्योतिष में चन्द्रमा मन का कारक ग्रह है कोई भी जातक किसी भी कार्य के लिए संकल्प तथा विकल्प मन से ही करता है। यही कारण है कि ज्योतिष में चन्द्र ग्रह तथा चंद्र लग्न को विशेष प्रधानता दी गई है …

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गुरु का दो ग्रहों के साथ युति फल | Effects of Jupiter Conjunction in Horoscope

गुरु का दो ग्रहों के साथ युति फल | Effects of Jupiter Conjunction in Horoscope. गुरु ग्रह के विषय में कहा गया है की जिस प्रकार शरीर में प्राण के निकल जाने पर शरीर मृत हो जाता उसी प्रकार जन्मकुंडली विना गुरु मृतप्राय ही है। जन्मकुंडली में गुरु ग्रह ज्ञान, न्याय दर्शन शास्त्र, विष्णु, ज्योतिष, शिक्षा, …

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चन्द्र मंगल योग धनप्रदायक है | Moon Mars Conjunction Result

चन्द्र मंगल योग धनप्रदायक है | Moon Mars Conjunction Result. जन्मकुंडली में ज्योतिषियों द्वारा दो, तीन, चार या पांच ग्रहो के योग फल को बहुत ही महत्त्व दिया है। जब दो या दो से अधिक ग्रह एक ही राशि में स्थित हों तो ग्रहों की इस अवस्था को युति कहते है तथा जब दो या …

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चन्द्रादि दो ग्रहों की युति का फल | Planets Conjunction with Moon

चन्द्रादि दो ग्रहों की युति का फल | Planets Conjunction with Moon . किसी भी जातक की जन्मकुंडली में चन्द्रमा मन, माता, भावनात्मक लगाव, जल इत्यादि का कारक है। यदि आपकी कुंडली में चन्द्रमा उच्च का, अपने घर का, केंद्र या त्रिकोण में शुभ स्थिति में है तो जातक अपने जीवन काल में सभी सुख …

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चंद्रमा का बारह भाव में फल | Moon result in different house

चंद्रमा का कुंडली के बारह भाव में फल | Moon Result in different House  चन्द्रमा / Moon का प्रभाव जन्मकुंडली के विभिन्न भाव में भिन्न भिन्न रूप में पड़ता है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा का विशेष महत्त्व है। चंद्रमा मन का कारक है कहा भी गया है ——- “चन्द्रमा मनसो जातः”   जिस प्रकार मन …

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उपच्छाया चन्द्रग्रहण 23 मार्च 2016 को है

उपच्छाया चन्द्रग्रहण 23 मार्च 2016 को है । चन्द्र उपच्छाया ग्रहण वास्तव में चंद्र-ग्रहण नहीं होता। प्रत्येक चंद्रग्रहण के घटित होने से पहले चन्द्रमा पृथ्वी की उपच्छाया में प्रवेश करता है और चन्द्र के इस प्रवेश काल को चन्द्रमालिनी या पेनुम्ब्रा कहा जाता है। उसके बाद चन्द्रमा पृथ्वी की वास्तविक छाया में प्रवेश करता है तभी …

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Moon in Twelve House – बारहवें भाव में चन्द्रमा

Moon in Twelve House – बारहवें भाव में चन्द्रमा शुभ कम अशुभ फल ज्यादा देता है। बारहवां भाव व्यय तथा मोक्ष भाव होने से इस स्थान का चंद्रमा व्यय अथवा हानि का सूचक है। जिस व्यक्ति के जन्मलग्न से बारहवें भाव में चन्द्रमा हो तो यह कृश और दुर्बल शरीर होता है। यह रोगी क्रोधी …

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Moon in Eleventh House – एकादश भाव में चन्द्रमा

Moon in Eleventh House – एकादश भाव में चन्द्रमा का फल शुभ माना गया है। यह स्थान लाभ स्थान है अतः लाभ स्थान में चन्द्रमा का होना जातक को अवश्य ही शुभता प्रदान करेगा यदि चन्द्रमा अशुभ ग्रहो के योग में न हो तब। यदि किसी प्रकार से अशुभ ग्रह यथा शनि मंगल आदि के …

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Moon in Tenth House – दशम भाव में चन्द्रमा

Moon in Tenth House – दशम भाव में चन्द्रमा व्यक्ति को पद एवं प्रतिष्ठा दोनों दिलाता है। ऐसा व्यक्ति धर्मात्मा होता है। इसे अपने बन्धु बान्धवों से सुख प्राप्त होता है। इनका बचपन कुछ कष्ट से गुजरता है परन्तु यौवन में सब प्रकार का सुख प्राप्त होता है। यदि जातक के दो पुत्र है तो ज्येष्ठ (बड़े) पुत्र से कष्ट की संभावना बनीं रहती है।